premchand ki kahani : मुंशी प्रेमचंद की 5 प्रसिद्ध कहानियाँ

premchand ki kahani : मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी जिले ( उत्तर प्रदेश ) के लमही नामक गाँव में हुआ था. उनकी माता का नाम आनंदी और पिता का नाम मुंशी अजायबराय था जो कि लमही में डाकमुंशी का काम किया करते थे।

प्रेमचंद जी की प्रारंभिक शिक्षा फ़ारसी में में हुई थी. और मात्र सात वर्ष की में उनकी माता और चौदह वर्ष की उम्र में उनेक पिता पिता का देहांत हो गया. जिसके कारण उनका जीवन काफी संघर्षमय रहा।

प्रेमचंद जी बचपन से ही पढ़ने में अत्यधिक रूचि रखते थे. उन्होंने मात्र 13 साल की उम्र में तिलिस्म-ए-होशरूबा पढ़ लिया और वे उर्दू के मशहूर रचनाकार रतननाथ शरसार मिर्ज़ा हादी रुस्वा और मौलाना शहर के उपन्यासों से परिचय भी प्राप्त कर लिया।

प्रेमचंद जी हिंदी साहित्य में अपनी एक अहम भूमिका निभाई है ,

उन्होंने ऎसी कई प्रकार की कहानी लिखी है जो बच्चों को काफी लुभावित कर सके

उन्होंने अपने कहानी के माध्यम से काफी रोचक और ज्ञानवर्धक सन्देश दिया है जो बच्चों के साथ-साथ अन्य सभी को काफी प्रभावित करती है।

प्रेमचंद जी की कई प्रकार की रचनाएँ भी थी ( और आज भी है ) जो काफी प्रचलित है , जिनमें से कुछ रचनाओं को हमने नीचे दर्शाया हुआ है :-

रचनाएँ :-
उपन्यांस,
कहानी,
नाटक,
समीक्षा ,
लेख,
सम्पादकीय,
स्मरण आदि.

प्रेमचंद जी के कुछ बाल कहानियाँ (children’s stories) हमने यहाँ पर शेयर किये है जो आपको जरूर पसंद आएगा :-

प्रेमचंद जी की पांच प्रसिद्ध कहानियाँ ~

  1. दो बैलों की कथा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ
  2. रामलीला ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ

इस कहानी का अगला शेष भाग बहुत ही जल्द पोस्ट कर दी जायेगी

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