1.चढ़ चौकी एक बैठी रानी, सिर पर आग बदन पर पानी.
बार-बार सिर काटे उसका, कोई भेद न पावे जिसका.
उत्तर:- मोमबत्ती.
2.सर काटो तो गर बन जाऊं, धड़ काटो तो मर मर जाऊं.
कटे पैर तो मग कहलाऊं, कैसे तुमको नाम बताऊँ.
उत्तर:- मगर.
3.मेरे रोम-रोम से झरता पानी, मुझे देख झट छतरी तानी.
उत्तर:- बादल.
4.जाड़ों में जब गिरता हूं , मैं छा जाता घोर अन्धेरा.
प्रथम हटे तो हरा कहाऊं , बीच हटे तो समझो कोरा.
उत्तर:- कोहरा.
5.काला कलूटा मेरा रूप , अच्छी लगती कभी न धुप.
दिन ढलने पर मैं आ जाता सारे जग पर मैं छा जाता.
उत्तर:- अँधेरा.
6.काली हूँ मगर सुंदर हूँ , नैनो की मूरत हूँ.
लोगो मुझे प्यार से लगाते, जब गुस्सा आये तो.
मैं सबकी नानी हूँ.
उत्तर:- काजल.
7.एक जगह पर खड़ा हु हूं, पर हित पर अड़ा हुआ हूं.
मेरी पूजा करते मानव , मुझे काटते अनपड़ दानव.
उत्तर:- पत्थर.
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