magic flute: एक समय की बात है. एक घर में एक छोटा सा बच्चा मोहन और उसके दादा-दादी रहते थे. उसके माता-पिता नहीं थे. बचपन में ही उसके माता-पिता गुजर गए. उस लड़के का देखभाल उसके दादा-दादी ही किया करते थे. उनकी आर्थिक स्थिति भी उतनी अच्छी नहीं थी. कि उसको अच्छे से पड़ा लिखा सके.
लड़का बेचारा भी क्या करता,उसके दादा-दादी भी कमजोर हो गएथे. ठीक से चल नहीं पाते थे. छोटा सा लड़का बेचारा सब परेशानी को देखता रहता था. आंखिर करता तो क्या करता. शाम को खाना खा कर सो गया.
तभी उसके सपने में एक बहुत बड़ा धुंधला सा कुछ दिखाई दिया. उसने सपने में उस लड़के से कहा –” बेटा तुम्हारे सब दुःख अब बित जायेंगे. बस तुम मेरी एक कहना मानो. कल सुबह तुम दक्षिण की ओर एक घने जंगल में जाओ. वंहा पर एक छोटा सा नीम का पेड़ मिलेगा.वही पर एक नन्हा सा चिड़िया तड़प रहा है. उसको बचाओ. “
ऐसा कहकर वो गायब हो गया. सुबह लड़का उठा और उसी जंगल की ओर चला गया. वो जाते-जाते बहुत दूर चला गया. कुछ समय बात. उसने वह नीम का छोटा सा पेड़ देखा. उसके बगल में एक छोटा सा चिड़िया दिखाई दिया जो तड़प रहा था. उसने उस चिड़िया को अपने हाथों में लिया. उसको पानी पिलाया. और उसको कुछ जड़ी-बूटी देकर ठीक किया. नन्हा सा चिड़िया अब कुछ ठीक होने लगा.
उस लड़के ने सोचा की उस चिड़िया को उसके माँ-बाप के पास पहुंचा दिया जाए. वह लड़का ढूड़ते हुए,एक गुफा के किनारे पहुंचा जंहा उस नन्हीं चिड़िया के माँ-बाप थे. उन्होंने ने अपना बच्चा सही सलामत पाकर बहुत खुश हुए. और बोले धन्यवाद दोस्त. हमारे बच्चे को सही सलामत लाने के लिए. लो एक इनाम लो एक छोटा सा जादुई बांसुरी. जब मैं एक राजा की जान बचाई थी तभी उन्होंने ने मुझे यह जादुई बांसुरी दिए थे. इस जादुई बांसूरी को बजाने से तुम जो भी सोचों गे वह तुम्हारे सामने प्रकट हो जायेगा.
अब लड़का ख़ुशी से घर की ओर निकल गया. वह घर पहुचते ही. घर में बांसुरी बाजाया और सबसे पहले खाने के लिए सोचा. जैसे बांसुरी बजाया उसके सामने ढेर सारे तरह-तरह के पकवान सामने प्रकट हो गए. जैसे चावल-दाल पूरी सब्जी लड्डू खीर पनीर आदी. उसके दादा-दादी देखकर बहुत खुश हुए और भरपेट खाकर सो गए.
उसके बाद लड़का अच्छे-अच्छे कपड़े की मांग की. उसके सामने ढेर सारे कपडे प्रकट हो गए. अब उस लड़के ने सोचा बस आज के किये इतना काफी है. वैसा कहकर वह सो गया.
फिर उसके सपने में वह धुंधला सा दुबारा आया जो पहले आया था. अब की बार वह साफ-साफ़ दिखाई दिया. उस सपने में जो थे वो असल में उसके माँ-बाप थे. उस बच्चे ने अपने माँ-बाप को देखकर बहुत खुश हुआ. उसके माँ-बाप ने सपने में उसे कहा की बेटा हमें तुम्हारी मदद के लिए भगवान ने तुम्हारे पास भेजा है. तुम खुश रहना. और अच्छे से पड़ाई करना और बहुत बड़ा आदमी बनना ताकि हमारी कमी का महसूस न हो सके और अपने दादा-दादी का ख्याल रखना. ऐसा कहकर वो सपने से चले गए.
बच्चा अचानक उठा. और चिल्लाने लगा मम्मी-पापा. तब उसके दाई-दादा उठ गए और बोले क्या है बेटे. उस लड़के ने कहा कुछ नहीं दादी. अब वह समझ गया था कि. वाकई में उसके माता-पिता उसके सपने में आये थे. उसकी मदद करने.
वह मन-ही-मन थोड़ा दुखी होकर सोचने लगा कि—” काश मेरे माता-पिता आज मेरे सामने होते. जिन्दा होते. तो मैं और कितना खुश होता. “
उसके माँ-बाप न होते हुए भी उसकी मदद करने के लिए उसके सपने में आये थे. वाकई में माँ-बाप का प्यार सबसे सच्चा होता है. इसलिए कभी भी अपने माता-पिता को किसी भी तरह का दुःख नहीं देना चाहिए. हमेशा उनको ख़ुशी देना चाहिये. उनकी बात मानना चाहिए.
सिख:- तो दोस्तों इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है. की हमें अपने माँ-बाप का हर कहना माना चाहिये. क्योंकि वे हमारी भलाई के बारे में ही सोचते हैं. कभी अहित नहीं सोचते हैं. जैसे इस लड़के के माँ-बाप न होते हुए भी उसकी परेशानी दूर करने के लिए सपने में आये थे.
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